कलेक्टर श्री सिंह ने मूंग उपार्जन केन्द्रों का आकस्मिक निरीक्षण किया,उपार्जित मूंग का भुगतान किसानों के खाते में जमा होने लगा है
हरदा / कलेक्टर श्री आदित्य सिंह ने शुक्रवार को जिले के ग्राम कोलीपुरा, तजपुरा, नौसर एवं सौताड़ा स्थित वेयर हाउस में बनाये गये मूंग उपार्जन केन्द्रों का आकस्मिक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होने ग्राम सौताड़ा के वेयर हाउस में उपार्जन के लिये लाई गई अमानक स्तर के मूंग पाये जाने पर वहां के सर्वेयर व समिति प्रबन्धक के विरूद्ध सख्त कार्यवाही करने के निर्देश कृषि एवं सहकारिता विभाग के अधिकारियों को दिये। उन्होने सौताड़ा उपार्जन केन्द्र पर मूंग उपार्जन कार्य में संलग्न सहकारी समिति को ब्लेक लिस्टेड करने के निर्देश भी सहायक आयुक्त सहकारिता को दिये। उन्होने एसडीएम श्री महेश बड़ोले को पूरे प्रकरण की जांच कर रिपोर्ट देने के लिये कहा।
उपार्जित मूंग का भुगतान किसानों के खाते में जमा होने लगा है
कलेक्टर श्री सिंह ने मार्कफेड के जिला प्रबन्धक से इस दौरान किसानों को मूंग उपार्जन के लिये भुगतान प्राप्त होने के संबंध में जानकारी ली तो प्रबन्धक मार्कफेड ने बताया कि हरदा जिले के किसानों को अब तक मूंग उपार्जन के बदले कुल 11 करोड़ रूपये का भुगतान मार्कफेड द्वारा किया जा चुका है। उन्होने बताया कि किसानों के खाते में उपार्जित मूंग की राशि मार्कफेड द्वारा जमा कराये जाने की प्रक्रिया लगातार जारी है।
मूंग की तुलाई और बिलिंग प्रक्रिया की गति बढ़ाएं
कलेक्टर श्री सिंह ने नौसर के उपार्जन केन्द्र में मूंग तुलाई और बिलिंग की गति बढ़ाने के निर्देश दिये। उन्होने नौसर व सौताड़ा में बरसात के कारण उपार्जन केन्द्र के बाहर जल भराव को रोकने के लिये पहुँच मार्ग सही कराने के निर्देश भी दिये। निरीक्षण के दौरान ग्राम नौसर में सर्वेयर तथा सौताड़ा में पटवारी अनुपस्थित पाया गया, जिस पर उन्होने सर्वेयर व पटवारी के विरूद्ध कार्यवाही के निर्देश दिये। कलेक्टर श्री सिंह ने तजपुरा एवं कोलीपुरा में निरीक्षण के दौरान निर्देश दिये कि उपार्जन केन्द्र में प्रातः 8 बजे से मूंग खरीदी का कार्य प्रारम्भ हो जाए, यह सुनिश्चित किया जाए।
उन्होने इस दौरान निर्देश दिये कि पटवारी और पंचायत सचिव एवं ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी मूंग उपार्जन के दौरान अपने क्षेत्र के उपार्जन केन्द्रों का लगातार भ्रमण करें और वहां की व्यवस्थाएं सुधारें। कोई भी समस्या होने पर उसे अपने क्षेत्र के तहसीलदार व एसडीएम के ध्यान में लायें और समस्या का निराकरण करायें।